Pramod Mahajan has passed away. He fought for his life for many days but hate claimed its victim. I am surprised at the intensity of hate which drives an younger brother to fire at his elder brother with the intention to kill him. Fourty Six years is a very young age for an active person to go and it is extremely sad that he has to go in this manner.
May God give peace to the departed soul and strength to his family and wellwishers at this hour of extreme grief. May God also grant wisdom to His children all over the world to love and not hate.
God has created human beings to love. When we hate we violate the very principle of our existence and demolish the purpose of our creator. How can creation live in conflict with the create? Have we ever thought about it? Do it now and share your thoughts with others.
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भ्रष्टाचार है - तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करना, कानून की अवहेलना, योग्यता के मुकाबले निजी पसंद को तरजीह देना, रिश्वत लेना, कामचोरी, अपने कर्तव्य का पालन न करना, भामाब्यूरो में आज कल यही हो रहा है. बेशर्मी भी शर्मसार हो गई है यहाँ.
My other blogs - hasya-vyang / Kavya Kunj / Pragati Blog / Pragati Parichay / Sab Ka Malik Ek hai / Tasvir Bolti Hai / Kishu-Sia Ki Duniya / सुखी जीवन (Better Life) / MANAK
भ्रष्टाचार है - तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करना, कानून की अवहेलना, योग्यता के मुकाबले निजी पसंद को तरजीह देना, रिश्वत लेना, कामचोरी, अपने कर्तव्य का पालन न करना, भामाब्यूरो में आज कल यही हो रहा है. बेशर्मी भी शर्मसार हो गई है यहाँ.
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1 comment:
इंसान के दिल में लालच और नफरत इस हद तक भर गयी है कि वह अपने परिवार के सदस्यों तक की जान लेने में नहीं हिचकिचाता. कुछ दिन पहले एक नौजबान ने दिल्ली की इन्द्रपुरी में अपने ही एक रिश्तेदार के परिवार के सात सदस्यों को वेरहमी से मार डाला. दूसरों की दौलत का लालच करना और ना मिलने पर नफरत करने लगना और फिर नफरत का इतना जायदा हो जाना कि जिनसे प्यार करते थे उन्हीं को मार डालना. हैवानियत का ऐसा नंगा नाच . न जाने इस दुनिया को क्या हो गया है.
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